इतने दोस्तो मे भी एक दोस्त की तलाश है मुझेइतने अपनो मे भी एक अपने की प्यास है मुझे
छोड आता है हर कोइ समन्दर के बीच मुझे……..अब डूब रहा हु तो एक सािहल की तलाश है मुझे
लडना चाहता हु इन अन्धेरो के गमो सेबस एक शमा के उजाले की तलाश है मुझे
तग आ चुका हु इस बेवक्त की मौत से मैअब एक हसीन palak की तलाश है मुझे
दीवना हु मै सब यही कह कर सताते है मुझेजो मुझे समझ सके उस शख्श की तलाश है मुझे ………………………..
Tuesday, February 9, 2010
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